भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"आदमी का अस्त्तित्व / शील" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=शील |अनुवादक= |संग्रह=लाल पंखोंवा...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
08:50, 1 फ़रवरी 2023 का अवतरण
वक्ष ताने आस्था का —
अकल्पित भविष्य व्यवस्थाओं का
वर्जनाएँ पार करता,
युगान्तर लाँघता —
इक्कीसवीं सदी के —
मुहाने पर खड़ा है ।
25 दिसम्बर 1987