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"मंथन / प्रताप नारायण सिंह" के अवतरणों में अंतर

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22:51, 30 मार्च 2023 के समय का अवतरण

बिलोड़ लेने दो समय को
हमारा जीवन-घट;
अलग हो जाने दो
एक एक अवयव।
भँवर की तरंगों पर झूलता हुआ
जो श्रृंग तक पहुँचेगा,
मंथन रुकने पर
वही हमारे द्रव्य की पहचान बनेगा।