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15:00, 23 अप्रैल 2023 के समय का अवतरण
दयालु की दुनिया
रचनाकार | वरयाम सिंह |
---|---|
प्रकाशक | शुभदा प्रकाशन, दिल्ली |
वर्ष | 1998 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविताएँ |
विधा | |
पृष्ठ | 96 |
ISBN | |
विविध |
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- एक ही जगह पर / वरयाम सिंह
- नज़र आना साबुत / वरयाम सिंह
- बचाएंगे जूते / वरयाम सिंह
- अन्तरराष्ट्रीय सेमिनार / वरयाम सिंह
- भीड़ का चेहरा / वरयाम सिंह
- मित्रविहीन हो जाऊंगा जब / वरयाम सिंह
- पर क्या सचमुच/ वरयाम सिंह
- दोस्त के घर में / वरयाम सिंह
- भूख / वरयाम सिंह
- मेरा प्रिय विचार / वरयाम सिंह
- थैला आली-प्याज़ का / वरयाम सिंह
- विश्वास / वरयाम सिंह
- जहाँ घृणाएँ उदार थीं / वरयाम सिंह
- अच्छा आदमी / वरयाम सिंह
- मौत / वरयाम सिंह
- कहना कठिन है / वरयाम सिंह
- बेआवाज़ रोना / वरयाम सिंह
- खातिन के भुर्ज का बयान / वरयाम सिंह
- चींटियों की दिनचर्या / वरयाम सिंह
- नियति नाम की यह बच्ची / वरयाम सिंह
- अकेली पत्ती / वरयाम सिंह
- सयानी बच्ची / वरयाम सिंह
- शब्द कुत्ता / वरयाम सिंह
- जलप्लावन / वरयाम सिंह
- चिड़िया से / वरयाम सिंह
- हमारी बोली / वरयाम सिंह
- तारा / वरयाम सिंह
- मेमना / वरयाम सिंह
- घासचोर कमला / वरयाम सिंह
- सोचते हैं चाचा / वरयाम सिंह
- कामचोर बैल के बारे में चाचा / वरयाम सिंह
- सकीरन काँढ़े में द्राट / वरयाम सिंह
- पहाड़ी ठग / वरयाम सिंह
- दिल्ली में ग्राम देवता / वरयाम सिंह
- दयालु की दुनिया. / वरयाम सिंह
- गाँव से घिरा स्कूल / वरयाम सिंह
- कौए की आवाज़ / वरयाम सिंह
- बेटे के जन्मदिन पर / वरयाम सिंह
- पिता की ऎनक / वरयाम सिंह
- सूम गाँव से गुज़रते हुए / वरयाम सिंह
- मेले में देवता / वरयाम सिंह
- बिल्लियाँ / वरयाम सिंह
- पड़ोसियों के कुत्ते से परिचय के बहाने / वरयाम सिंह
- गिलहरी और बिल्ली / वरयाम सिंह
- बूढ़ी नागिन की झील में / वरयाम सिंह