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"कल तक / बेंजामाँ पीरे / बालकीर्ति" के अवतरणों में अंतर

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11:31, 2 अगस्त 2023 के समय का अवतरण

यदि गौरैया के दाँत लवा पक्षी को आकर्षित नहीं करते हैं तो कुट्टू (अनाज) को मरने दें
यदि सफ़ेद शराब की रोशनी प्राचीन दर्पणों को धुँधला न करे
यदि जूते की डोरी शाम को तितलियों को रास्ता न दिखाए
जब बारिश एक लटके हुए आदमी की तरह गिरे जिसकी फाँसी की रस्सी टूट गई हो
क्योंकि पड़ोसी अपनी पत्नी से लड़ रहा था
 कि बन्दरगाह हमला करने से पहले हँसने में लगी रहे कि मालिकों को दिखा सके दुनिया उलटी हो गई है कि फव्वारे कल आदमियों का शिकार करेंगे
खटमलों रोगाणुओं मक्खियों पर चढ़
बैरोमीटर के आकार के सुन्दर सूक्ष्म जीव ।
जो हर क़दम पर चरमरा उठते
उनके बच्चों द्वारा पहने जाते उनके जूतों के साथ
के लिए
यह गर्म या ठण्डा नहीं होगा
लेकिन रोटी
के टुकड़ों की बारिश होगी जिससे आप अपने चूतड़ रगड़ेंगे जैसे खरगोश ख़ुद को गलगल पर रगड़ते हैं
जिससे पुजारियों और सेनापतियों के लिये इतना अच्छा शोरबा बनता है
जो कल बह जाएगा
कुछ पवित्र वेफ़र्स के साथ एक दराज़ में भुला दिए गए
चूहों के हत्यारे
और कुछ छोटी झाडू जो चीखेंगी
हमें ज़हर बुझे सेनापति दो
हमें मंत्रियों को सूँघने दो
कि कुत्ते सड़क के कोने पर सूँघ लेते हैं
लेकिन इससे ब्लाउचे स्थान से रुए ट्राउसे नोनेंस तक सीधे संचार की समस्या का समाधान नहीं होता है -
 यह मार्ग तभी साफ़ होगा जब स्ट्रिंग बीन्स अपने डण्ठल छोड़कर गुस्से में सॉस पैन के सामने आत्मसमर्पण कर देंगी
जो एक पाइप की राख से अपना हाथ रगड़ते हुए मुस्कुराहट के साथ उनका इन्तज़ार करेगा पाइप जो कभी प्लेटो या आर्किमिडीज़ का था
अब और तब के बीच हम बड़ी संख्या में लकड़ी के जूते देखेंगे
अज्ञात सैनिक की सड़ी हुई पुरानी खोपड़ी को तोड़ते
और उससे कहते
 अरे केकड़े की जूँ, तुम्हारी गन्ध बकरी जैसी है

अँग्रेज़ी से अनुवाद : बालकीर्ति

अब यही कविता अँग्रेज़ी अनुवाद में पढ़िए
              Benjamin Péret
                Till tomorrow

Let the buckwheat die if the sparrow’s teeth don’t entice the larks
If the light from white wine doesnot cloud the antique mirrors
If the shoe strings don’t guide the butterflies in the evening
When the rain falls like a hanged man whose rope has snapped
Because the neighbour was fighting with his wife since the dock persists in laughing before striking to show its owners the world is turned upside down that the fountains will hunt men tomorrow
Climbing over flies over bed bugs or over microbes
Pretty microbes in the shape of barometers and which will squeak at each step
With their shoes worn through by their children
It won’t be warmer or cooler but it will rain bread crumbs with which you ‘ll rub your buttocks as the rabbits rub themselves on the citroens
From which such good broth is made for the priests and generals
Who will flow away tomorrow
Forgotten in a drawer with some holy wafers
Killers of rats
And some little brooms which will scream
Give us the poisoned generals
Give us the smell of the ministers
That the dogs sniff out at the street corner
But this does not resolve the problem of direct communication from place Blauche to rue trousse- Nounnains
 It will only clear up when the string beans leaving their stalks angrily surrender themselves to the sauce pan
Which will await them with a smile rubbing its hand with the ashes from a pipe that once belong to Plato or Archimedes
Between now and then we shall see a great number of wooden shoes
Smash the Rotten old skull of the unknown soldier
And say to him
You smell like a goat hey crab louse