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तुम्हारी नेकियों ने
चित्र उकेरे
पक्षियों के गीतों के
और तुम्हारी उक्तियों से भर गया समुद्र ।
तुम्हारा भाग्य होगा अब एकदम शुभ्र
और तुम्हारी दोनों भौंहों के गुच्छे कभी नहीं काँपेंगे ।
 
हवा तुम्हारी नाव के पालों को फूलों की तरह हिला रही है ।
मैं जानता हूँ कि
तुम बारिश में भी मेरा इन्तज़ार कर रहे हो ।
 
मैं जानता हूँ कि तुम्हारा महत्त्व
तुम्हारे गमछे और गीतों की किताब से बहुत ज़्यादा है ।
तुम एक शाश्वत आश्चर्य हो
 
इस गुलाबी दिन में छुपे हुए
'''मूल स्पानी से अनुवाद : अनिल जनविजय'''
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