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"आँच / वंदना मिश्रा" के अवतरणों में अंतर
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16:06, 3 अक्टूबर 2023 के समय का अवतरण
गर्मियों में तेज आँच देख कर माँ कहती थी
"आग अपने मायके आई है"
और फिर चूल्हे की लकड़ियाँ
कम कर दी जाती थी
मैं कहती थी" मायके में तो
उसे अच्छे से रहने दो माँ
कम क्यों कर रही हो?"
माँ कहती थी
"ये लड़की
प्रश्न बहुत पूछती है।"
बाद में समझ आया
प्रश्न पूछने से मना करना
आग कम करने की तरफ
बढ़ा पहला कदम होता है।