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"कोई मगरूर है भरपूर ताकत से / कमलेश भट्ट 'कमल'" के अवतरणों में अंतर
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मुवक्किल हो गए बेघर लड़ाई में | मुवक्किल हो गए बेघर लड़ाई में | ||
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किसी ने प्यार से क्या क्या नहीं पाया | किसी ने प्यार से क्या क्या नहीं पाया | ||
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15:59, 7 दिसम्बर 2023 के समय का अवतरण
कोई मगरूर है भरपूर ताकत से
कोई मजबूर है अपनी शराफत से
घटाओं ने परों को कर दिया गीला
बहुत डर कर परिंदों के बग़ावत से
मिलेगा न्याय दादा के मुकद्दमे का
ये है उम्मीद पोते को अदालत से
मुवक्किल हो गए बेघर लड़ाई में
वकीलों ने बनाए घर वकालत से
किसी ने प्यार से क्या क्या नहीं पाया
किसी ने क्या नहीं खोया अदावत से