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"दूसरे शब्द / पीटर पाउलसेन / फ़ेर्नान्दो पेस्सोआ / अनिल जनविजय" के अवतरणों में अंतर

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22:51, 8 मार्च 2024 के समय का अवतरण

शब्द मेरे पास
वापिस लौट आते हैं
और जानना चाहते हैं कि
मैंने उनमें क्या अर्थ भरे थे ।

अपनी पूरी सामर्थ्य के साथ
मैं उन्हें समझाता हूँ
लेकिन उन्हें
समझ में नहीं आती मेरी बात ।

मैं उन्हें दूसरे शब्दों में
समझाता हूँ
लेकिन परिणाम व
ही ढाक के तीन पात ।

वो अविश्वासपूर्वक मुझे घूरते हैं
उन्हें लगता है कि मैं
उनका मज़ाक उड़ा रहा हूँ ।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल जनविजय