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"जब कोई तुम्हें ठग ले / नेहा नरुका" के अवतरणों में अंतर

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13:39, 17 मार्च 2024 के समय का अवतरण

जो तुमसे ये कहे कि वो कभी तुम्हें नहीं रुलाएगा
वही सबसे ज़्यादा तुम्हें रुला सकता है

जो तुमसे ये कहे कि वो कभी तुमसे नहीं ऊबेगा
वही सबसे पहले तुमसे ऊब सकता है

जो तुमसे ये कहे कि वो जीवनभर तुम्हारा साथ देगा
वही तुम्हें मझधार में छोड़कर जा सकता है

जो तुमसे ये कहे कि तुमसे बेहतर कुछ नहीं
वही तुम्हें एक दिन सबसे बेकार सिद्ध कर सकता है

ये दुनिया ऐसी ही है
यहाँ कुछ भी सम्भव है