भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
== 'प्रवासिनी के बोल' का विमोचन==
[[चित्र:Pravasinikebol.jpg|left|thumb|139px|'प्रवासिनी के बोल']] डा अंजना संधीर द्वारा संपादित अमेरिका की प्रवासी कवयित्रियों की कविताओं का पहला संकलन 'प्रवासिनी के बोल का विमोचन' शनिवार ९ दिसंबर को दोपहर ३ बजे क्वीन्स लाइब्रेरी में होना निश्चित हुआ है। इस अवसर पर काव्यपाठ का आयोजन भी रखा गया है। पुस्तक के प्रथम भाग में
== जगदीश जी के जन्म दिवस पर काव्य गोष्ठी ==
Anonymous user