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"विजय दिवस / अनिल जनविजय" के अवतरणों में अंतर

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21:13, 2 मई 2024 के समय का अवतरण

माँ का पेट चीरकर
उन्होंने निकाला
वह अविकसित भ्रूण

फिर
त्रिशूल पर लटकाकर उसे
आसमान की ओर उठाया
और
देर तक हवा में लहराया

इस तरह
उन्होंने मुसलमानों को
हिन्दू राष्ट्र भारत से भगाया

और विजय दिवस मनाया ।