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"एक लफ़्ज़ विदा लिखना / सुरजीत पातर" के अवतरणों में अंतर

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20:31, 18 मई 2024 के समय का अवतरण

एक सुलगता सफ़ा लिखना

दुखदायी है नाम तेरा
ख़ुद से जुदा लिखना
सीने में सुलगता है
यह गीत ज़रा लिखना

वरक जल जाएँगे
क़िस्सा न मिरा लिखना
सागर की लहरों पे
मेरे थल का पता लिखना

एक ज़र्द सफ़े पर
कोई हर्फ़ हरा लिखना
मरमर के बुतों को
आख़िर तो हवा लिखना