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"कौन किसी का अब होता है / अर्चना जौहरी" के अवतरणों में अंतर
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23:40, 31 मई 2024 के समय का अवतरण
कौन किसी का अब होता है
मतलब से ही सब होता है
पहले अर्पण करना पड़ता
झोली भरना तब होता है
कुछ रिश्ते मतलब के होते
पर कुछ का मतलब होता है
लगता वह भगवान किसी को
और किसी का रब होता है
कल की चिन्ता क्यूँ हो आख़िर
चिंता से कुछ कब होता है