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22:06, 13 जुलाई 2024 के समय का अवतरण
उपनिवेशवादी लिखते हैं फूलों के बारे में.
मैं बताती हूँ तुम्हें इज़राइली टैंकों पर पत्थर फेंकते
बच्चों के बारे में,
गुलबहार के फूलों में बदलने से कुछ पल पहले ।
मैं उन कवियों की तरह होना चाहती हूँ,
जिन्हें परवाह है चाँद की ।
फ़िलिस्तीनी चाँद नहीं देखते जेल की कोठरियों और पिंजरों से ।
कितना ग़ज़ब खूबसूरत है, यह चाँद ।
कितने सुन्दर हैं ये फूल ।
जब दुखी होती हूँ मैं फूल उठाती हूँ अपने मृत पिता के लिए
वे हमेशा अल जज़ीरा देखते हैं ।
चाहती हूँ कि जेसिका मुझे मोबाइल पर
‘हैप्पी रमादान’ लिखकर भेजना बन्द कर दे
जानती हूँ मैं अमेरिकी हूँ क्योंकि जब भी मैं
किसी कमरे में जाती हूँ, कुछ मर जाता है ।
मृत्यु को लेकर उपमाएँ उन कवियों के लिए हैं
जो सोचते हैं कि भूत आवाज़ों का बड़ा ख़्याल रखते हैं ।
जब मरूँगी, वादा है, तुम्हारा हमेशा पीछा करूँगी
एक दिन फूलों के बारे में ऐसे लिखूँगी,
जैसे वे मेरी जायदाद हों ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : निधीश त्यागी
लीजिए, अब यही कविता अँग्रेज़ी में भी पढ़िए
NOOR HINDI
Fuck Your Lecture on Craft, My People Are Dying
Colonizers write about flowers.
I tell you about children throwing rocks at Israeli tanks
seconds before becoming daisies.
I want to be like those poets who care about the moon.
Palestinians don’t see the moon from jail cells and prisons.
It’s so beautiful, the moon.
They’re so beautiful, the flowers.
I pick flowers for my dead father when I’m sad.
He watches Al Jazeera all day.
I wish Jessica would stop texting me Happy Ramadan.
I know I’m American because when I walk into a room something dies.
Metaphors about death are for poets who think ghosts care about sound.
When I die, I promise to haunt you forever.
One day, I’ll write about the flowers like we own them.