"रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' / परिचय" के अवतरणों में अंतर
पंक्ति 11: | पंक्ति 11: | ||
'''शिक्षा :''' एम. ए.(मेरठ विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में) , बी. एड. <br> | '''शिक्षा :''' एम. ए.(मेरठ विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में) , बी. एड. <br> | ||
− | '''प्रकाशित रचनाएँः''' | + | '''प्रकाशित रचनाएँः''' 1.माटी-पानी और हवा, 2.अँजुरी भर आसीस, 3.कुकडूँ कूँ, 4.हुआ सवेरा, मैं घर लौटा, तुम सर्दी की धूप, बनजारा मन, साँझ हो गई, दूधिया धूप, भोर के अधर, मैं लहर तुम्हारी (काव्य-संग्रह), तुम हो मुझमें (नवगीत-संग्रह ),मेरे सात जनम, माटी की नाव, बन्द कर लो द्वार(हाइकु-संग्रह), मिले किनारे (ताँका और चोका संग्रह संयुक्त रूप से डॉ हरदीप सन्धु के साथ), झरे हरसिंगार(ताँका-संग्रह), तीसरा पहर (ताँका,सेदोका,चोका), पंच पल्लव(हाइकु, सेदोका, ताँका, माहिया, क्षणिका ),धरती के आँसू (उपन्यास),दीपा,दूसरा सवेरा(लघु उपन्यास),असभ्य नगर(लघुकथा-संग्रह-दो संस्करण), खूँटी पर टँगी आत्मा(व्यंग्य-संग्रह-3 संस्करण), भाषा-चन्द्रिका (व्याकरण), लघुकथा का वर्त्तमान परिदृश्य, (लघुकथा -समालोचना), सह-अनुभूति एवं काव्य-शिल्प (काव्य-समालोचना), हाइकु आदि काव्य-धारा (जापानी काव्यविधाओं की समालोचना), छन्द -विधान एवं सृजन (रचनात्मक लेखन), गद्य की विभिन्न विधाएँ (रचनात्मक लेखन), लघुकथाओं में सामाजिक सरोकार((विमर्श एवं सृजन ),फुलिया और मुनिया(बालकथा हिन्दी और अंग्रेज़ी,अंग्रेज़ी संस्करण दो बार इटली के विश्व पुस्तक मेले में प्रदर्शित), राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा हरियाली और पानी(बालकथा), गीड्-गदेड् ओन्डो: दः अ (हरियाली और पानी का हो बोली में ),हरियार और द: अ: (हरियाली और पानी का ‘असुरी’ बोली में),उड़िया, पंजाबी, बोड़ो,कोरवा, गढ़वाली, कोंकणी और गुजराती भाषा में अनुवाद)प्रकाशित, झरना, सोनमछरिया, कुआँ(पोस्टर बाल कविताएँ),रोचक बाल कथाएँ । लोकल कवि का चक्कर(2005 में काशवाणी जबलपुर से नाटक का प्रसारण)।‘ऊँचाई’ लघुकथा पर लघु फ़िल्म। नेपाली, पंजाबी,अंग्रेज़ी, उर्दू, मराठी, गुजराती,संस्कृत ,बांग्ला में अनूदित कुछ रचनाएँ। अन्यः एम. फिल. मेरे सात जनम (कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से राजेश ढल द्वारा),असभ्य नगर एवं अन्य लघुकथाएँः विविध आयाम(उच्च शिक्षा और शोध संस्थान (विश्वविद्यालय विभाग,द.हि.प्र.स.मद्रास से कविता सालोदिया द्वारा), मोनिका बहन कान्तिभाई प्रजापति (सरदार पटेल विश्वविद्यालय वल्लभ विद्यानगर-गुजरात) |
'''अनुवादः''' राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के लिए 2 पुस्तकों का अंग्रेज़ी से हिन्दी में। | '''अनुवादः''' राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के लिए 2 पुस्तकों का अंग्रेज़ी से हिन्दी में। |
03:55, 13 सितम्बर 2024 का अवतरण
रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
जन्मः 19 मार्च,1949 , हरिपुर , जिला-सहारनपुर
प्रकाशित रचनाएँ:
जन्म : 19 मार्च 1949, बेहट जिला सहारनपुर, भारत में।
शिक्षा : एम. ए.(मेरठ विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में) , बी. एड.
प्रकाशित रचनाएँः 1.माटी-पानी और हवा, 2.अँजुरी भर आसीस, 3.कुकडूँ कूँ, 4.हुआ सवेरा, मैं घर लौटा, तुम सर्दी की धूप, बनजारा मन, साँझ हो गई, दूधिया धूप, भोर के अधर, मैं लहर तुम्हारी (काव्य-संग्रह), तुम हो मुझमें (नवगीत-संग्रह ),मेरे सात जनम, माटी की नाव, बन्द कर लो द्वार(हाइकु-संग्रह), मिले किनारे (ताँका और चोका संग्रह संयुक्त रूप से डॉ हरदीप सन्धु के साथ), झरे हरसिंगार(ताँका-संग्रह), तीसरा पहर (ताँका,सेदोका,चोका), पंच पल्लव(हाइकु, सेदोका, ताँका, माहिया, क्षणिका ),धरती के आँसू (उपन्यास),दीपा,दूसरा सवेरा(लघु उपन्यास),असभ्य नगर(लघुकथा-संग्रह-दो संस्करण), खूँटी पर टँगी आत्मा(व्यंग्य-संग्रह-3 संस्करण), भाषा-चन्द्रिका (व्याकरण), लघुकथा का वर्त्तमान परिदृश्य, (लघुकथा -समालोचना), सह-अनुभूति एवं काव्य-शिल्प (काव्य-समालोचना), हाइकु आदि काव्य-धारा (जापानी काव्यविधाओं की समालोचना), छन्द -विधान एवं सृजन (रचनात्मक लेखन), गद्य की विभिन्न विधाएँ (रचनात्मक लेखन), लघुकथाओं में सामाजिक सरोकार((विमर्श एवं सृजन ),फुलिया और मुनिया(बालकथा हिन्दी और अंग्रेज़ी,अंग्रेज़ी संस्करण दो बार इटली के विश्व पुस्तक मेले में प्रदर्शित), राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा हरियाली और पानी(बालकथा), गीड्-गदेड् ओन्डो: दः अ (हरियाली और पानी का हो बोली में ),हरियार और द: अ: (हरियाली और पानी का ‘असुरी’ बोली में),उड़िया, पंजाबी, बोड़ो,कोरवा, गढ़वाली, कोंकणी और गुजराती भाषा में अनुवाद)प्रकाशित, झरना, सोनमछरिया, कुआँ(पोस्टर बाल कविताएँ),रोचक बाल कथाएँ । लोकल कवि का चक्कर(2005 में काशवाणी जबलपुर से नाटक का प्रसारण)।‘ऊँचाई’ लघुकथा पर लघु फ़िल्म। नेपाली, पंजाबी,अंग्रेज़ी, उर्दू, मराठी, गुजराती,संस्कृत ,बांग्ला में अनूदित कुछ रचनाएँ। अन्यः एम. फिल. मेरे सात जनम (कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से राजेश ढल द्वारा),असभ्य नगर एवं अन्य लघुकथाएँः विविध आयाम(उच्च शिक्षा और शोध संस्थान (विश्वविद्यालय विभाग,द.हि.प्र.स.मद्रास से कविता सालोदिया द्वारा), मोनिका बहन कान्तिभाई प्रजापति (सरदार पटेल विश्वविद्यालय वल्लभ विद्यानगर-गुजरात)
अनुवादः राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के लिए 2 पुस्तकों का अंग्रेज़ी से हिन्दी में।
सम्पादनः सुकेश साहनी, डॉ.भावना कुँअर, डॉ.हरदीप सन्धु, डॉ.कविता भट्ट, डॉ.ज्योत्स्ना शर्मा के साथ एवं स्वतन्त्र रूप से कुल 44 (सम्पादित पुस्तकें। laghukatha.com (सुकेश साहनी के साथ लघुकथा की एकमात्र वेब साइट), www.hindihaiku.wordpress.com तथा http://www.trivenii.com/ के डॉ. हरदीप कौर सन्धु के साथ सहयोगी सम्पादक। हिन्दी चेतना के सम्पादक।
प्रसारणः रेडियो सीलोन,आकाशवाणी गुवाहाटी, रामपुर, नज़ीबाबाद , अम्बिकापुर एवं जबलपुर , दूरदर्शन हिसार, टैग टी.वी.और सी. एन.(कैनेडा )से।
सम्प्रतिः केन्द्रीय विद्यालय के प्राचार्य-पद से सेवानिवृत्त), स्वतन्त्र लेखन। सम्पर्कः ई-मेलः rdkamboj@gmail.com