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"वहाँ / गैयोम अपोल्लीनेर / सुरेश सलिल" के अवतरणों में अंतर

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ज़िन्दगी का सब कुछ है
 
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मैं तुम्हें बहुत-बहुत चाहता हूँ ।
 
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'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : सुरेश सलिल'''
 
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16:52, 20 सितम्बर 2024 के समय का अवतरण

छोटे -छोटे पुल हैं, बला के ख़ूबसूरत
मेरा दिल है तुम्हारे लिए धड़कता हुआ
एक उदास औरत है सड़क पर अटकी
एक कुटि है बाग में — छोटी सी, आरामदेह
छह सैनिक हैं मस्ती मारते हुए
मेरी आँखें हैं तुम्हारी छाया तलाशती
पहाड़ी है, पहाड़ी पर एक छोटा-सा मनभावन जंगल है
और ... और एक बूढ़ा सुरक्षा गार्ड है
             जो हमारे उधर से गुज़रते वक़्त अदबदा कर पेशाब करता है
एक कवि है कमसिन हसीना लू के सपने देखता
एक मारू हसीना लू है पेरिस के उस विशाल शहत में
तोपख़ाना है एक जंगल में
एक गड़रिया है अपनी भेड़ चराता हुआ
मेरी ज़िन्दगी है, जिसकी लगन तुमसे लगी है
मेरा फ़ाउण्टेन्पेन है, जो ख़ूब-ख़ूब अच्छा चलता है
एक पर्दा है पॉपलर के नाज़ुक दरख़्तों का
मेरा अतीत है, जो सही मायनों में अतीत है
मेंतों शहर की सँकरी - सँकरी गलियाँ हैं
           जहाँ हमने एक - दूसरे को प्यार किया
सोस्पेल से आई एक नन्हीं लड़की है
            जो अपने दोस्तों पर भारी पड़ती है
सफ़री झोले में मेरा घोड़े का चाबुक है
रेल की पटरियों पर बेल्जियम के बने डिब्बे हैं
मेरा प्यार है
ज़िन्दगी का सब कुछ है
मैं तुम्हें बहुत-बहुत चाहता हूँ ।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : सुरेश सलिल