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"हाँ, मैं चोर हूँ / सुशांत सुप्रिय" के अवतरणों में अंतर

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18:31, 21 नवम्बर 2024 के समय का अवतरण

व्यस्तता की दीवार में
सेंध लगा कर
मैं कुछ बहुमूल्य पल
चुरा लेना चाहता हूँ --
क्या पुलिस मुझे पकड़ेगी?

बीत चुके वर्षों की
बंद अल्मारी में
चोर-चाबी लगा कर
मैं कुछ बहुमूल्य यादें
चुरा लेना चाहता हूँ --
क्या पुलिस मुझे पकड़ेगी?

'हलो-हाय’संस्कृति वाले महानगर
के अजायबघर का ताला तोड़ कर
मैं कुछ सहज अभिवादन
चुरा लेना चाहता हूँ --
क्या पुलिस मुझे पकड़ेगी?