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"उसने कहा / अनामिका अनु" के अवतरणों में अंतर

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11:15, 26 नवम्बर 2024 के समय का अवतरण

उसने कहा
तुम बहुत प्यारी हो आन्ना
और पृथ्वी सिकुड़ कर
एक शब्द बन गयी

उसने होंठों पर फेरी उंगलियाँ
नदी सिकुड़ कर एक लकीर बन गयी

उसने बालों को सहलाया
सारी पत्तियाँ झड़ कर एक पंक्ति

उसने हाँ कहा
उपेक्षाओं का पूरा आकाश
एक विलुप्त भाषा बन गयी

फिर एक दिन
उसने उठायी उँगली
उस दिन
सूरज-चाँद
बादल-आकाश
सब उठकर ऊपर चले गये