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11:40, 26 नवम्बर 2024 के समय का अवतरण

खरगोश बाघों को बेचता था
फिर
अपना पेट भरता था
बिके बाघ
ख़रीदारों को खा गये
फिर बिकने बाज़ार
में आ गये