भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"सुधा गुप्ता / परिचय" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
(इसी सदस्य द्वारा किये गये बीच के 3 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 5: पंक्ति 5:
 
डा सुधा गुप्ता
 
डा सुधा गुप्ता
  
जन्म : १८ मई १९३४, मेरठ (उ प़्र )
+
जन्म : 18 मई 934, मेरठ (उ प्र )
शिक्षा : एम ए, पी एच ड़ी, डी ल़िट्
+
शिक्षा : एम ए, पी एच डी, डी लिट्
सृजन विधा : कविता, गीत, ग़़जल, [[हाइकु]], सेनर्यू, [[तांका]], [[चोका]] [[बाल गीत]] आदि।
+
सृजन विधा : कविता, गीत, ग़़जल, [[हाइकु]], सेनर्यू, [[ताँका]], [[चोका]] [[बाल कविता]] आदि।
प्रकाशन : सात हाइकु संग्रह, पांच कविता संग्रह, तीन बालगीत संग्रह, तीन गीत संग्रह, दो शोध संग्रह
+
प्रकाशन : सात हाइकु संग्रह, पाँच कविता-संग्रह, तीन बाल गीत संग्रह, तीन गीत संग्रह, दो शोध संग्रह
 
संपादन : तीन संकलन
 
संपादन : तीन संकलन
 
सम्मान एवं अलंकरण : अखिल भारतीय स्तर की लब्ध प्रतिष्ठ संस्थाओं द्वारा अनेक बार सम्मानित एवं अलंकृत।  
 
सम्मान एवं अलंकरण : अखिल भारतीय स्तर की लब्ध प्रतिष्ठ संस्थाओं द्वारा अनेक बार सम्मानित एवं अलंकृत।  
वरिष्ठ साहित्यकार सुधा जी मूलतः कवयित्री हैं और हिन्दी में हाइकु व तांका को प्रतिष्ठित करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। हाइकु एवं ताँका पर ही उनके एक दर्जन से अधिक संकलन प्रकाशित हुए हैं, जिनमें खुशबू का सफर, लकड़ी का सपना, तरु देवता, पाखी पुरोहित, कूकी जो पिकी, चाँदी के अरघे में, बाबुना जो आएगी, आ बैठी गीत परी, अकेला था समय, धूप से गप-शप, चुलबुली रात ने, पानी माँगता देश (सेनर्यू संग्रह) एवं कोरी मांटी के दीये व सात छेद वाली मैं (तांका संग्रह), सागर को रौंदना है ( सेदोका -संग्रह)। साथ ही आठ अन्य काव्य-संग्रह, तीन बाल-गीत संग्रह, दो गीत संग्रह व तीन शोध ग्रन्थ एवं तीन सम्पादित ग्रन्थ भी प्रकाशित हुए हैं। अनेकों पत्र-पत्रिकाओं एवं वेब पत्रिकाओं/साइट्स पर रचनाएं प्रकाशित।  
+
वरिष्ठ साहित्यकार सुधा जी मूलतः कवयित्री हैं और हिन्दी में हाइकु व तांका को प्रतिष्ठित करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। हाइकु एवं ताँका पर ही उनके एक दर्जन से अधिक संकलन प्रकाशित हुए हैं, जिनमें खुशबू का सफर, लकड़ी का सपना, तरु देवता, पाखी पुरोहित, कूकी जो पिकी, चाँदी के अरघे में, बाबुना जो आएगी, आ बैठी गीत परी, अकेला था समय, धूप से गप-शप, चुलबुली रात ने, पानी माँगता देश (सेनर्यू संग्रह) एवं कोरी मांटी के दीये व सात छेद वाली मैं (ताँका -संग्रह), सागर को रौंदना है ( सेदोका -संग्रह)। साथ ही आठ अन्य काव्य-संग्रह, तीन बाल-गीत संग्रह, दो गीत संग्रह व तीन शोध ग्रन्थ एवं तीन सम्पादित ग्रन्थ भी प्रकाशित हुए हैं। अनेकों पत्र-पत्रिकाओं एवं वेब पत्रिकाओं/साइट्स पर रचनाएँ प्रकाशित।  
 
सम्प्रति :  महाविद्यालय की प्राचार्या पद से सेवानिवृत स्वतन्त्र साहित्यकार हैं।
 
सम्प्रति :  महाविद्यालय की प्राचार्या पद से सेवानिवृत स्वतन्त्र साहित्यकार हैं।
 
सम्पर्क : 120 बी/2, साकेत, मेरठ (उ.प्र.)'''[[सुधा गुप्ता]]'''
 
सम्पर्क : 120 बी/2, साकेत, मेरठ (उ.प्र.)'''[[सुधा गुप्ता]]'''

23:36, 29 दिसम्बर 2024 के समय का अवतरण

डा सुधा गुप्ता

जन्म : 18 मई 934, मेरठ (उ प्र )
शिक्षा : एम ए, पी एच डी, डी लिट्
सृजन विधा : कविता, गीत, ग़़जल, हाइकु, सेनर्यू, ताँका, चोका बाल कविता आदि।
प्रकाशन : सात हाइकु संग्रह, पाँच कविता-संग्रह, तीन बाल गीत संग्रह, तीन गीत संग्रह, दो शोध संग्रह
संपादन : तीन संकलन
सम्मान एवं अलंकरण : अखिल भारतीय स्तर की लब्ध प्रतिष्ठ संस्थाओं द्वारा अनेक बार सम्मानित एवं अलंकृत।
वरिष्ठ साहित्यकार सुधा जी मूलतः कवयित्री हैं और हिन्दी में हाइकु व तांका को प्रतिष्ठित करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। हाइकु एवं ताँका पर ही उनके एक दर्जन से अधिक संकलन प्रकाशित हुए हैं, जिनमें खुशबू का सफर, लकड़ी का सपना, तरु देवता, पाखी पुरोहित, कूकी जो पिकी, चाँदी के अरघे में, बाबुना जो आएगी, आ बैठी गीत परी, अकेला था समय, धूप से गप-शप, चुलबुली रात ने, पानी माँगता देश (सेनर्यू संग्रह) एवं कोरी मांटी के दीये व सात छेद वाली मैं (ताँका -संग्रह), सागर को रौंदना है ( सेदोका -संग्रह)। साथ ही आठ अन्य काव्य-संग्रह, तीन बाल-गीत संग्रह, दो गीत संग्रह व तीन शोध ग्रन्थ एवं तीन सम्पादित ग्रन्थ भी प्रकाशित हुए हैं। अनेकों पत्र-पत्रिकाओं एवं वेब पत्रिकाओं/साइट्स पर रचनाएँ प्रकाशित।
सम्प्रति : महाविद्यालय की प्राचार्या पद से सेवानिवृत स्वतन्त्र साहित्यकार हैं।
सम्पर्क : 120 बी/2, साकेत, मेरठ (उ.प्र.)सुधा गुप्ता
हाइकु

सात छेद वाली मैं / सुधा गुप्ता(ताँका-संग्रह)

ओक भर किरनें / सुधा गुप्ता(चोका-संग्रह)