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|विविध=कंसतन्तीन फ़ोफ़अनफ़ रूस के एक रोमाण्टिक कवि थे, जो कभी कवियों के किसी गुट या समूह में शामिल नहीं रहे। इनकी कविता में आधुनिकता और प्रतीकवाद के चिह्न दिखाई देने शुरू हो गए थे। इनकी प्रारम्भिक कविताएँ ’बाईबिल’ की कथाओं से प्रभावित थीं। इनकी रचना-प्रक्रिया बहुत उपजाऊ थी। एक ही दिन में कई-कई कविताएँ लिख देते थे। ’पियक्कड़’ कहे जाने की हद तक पीने लगे थे और जीवन के अन्तिम वर्षों में मानसिक रोगों के शिकार हो गए थे। कई बार आत्महत्या करने की भी कोशिशें कीं। लेकिन कविता लिखना बन्द नहीं किया। | |विविध=कंसतन्तीन फ़ोफ़अनफ़ रूस के एक रोमाण्टिक कवि थे, जो कभी कवियों के किसी गुट या समूह में शामिल नहीं रहे। इनकी कविता में आधुनिकता और प्रतीकवाद के चिह्न दिखाई देने शुरू हो गए थे। इनकी प्रारम्भिक कविताएँ ’बाईबिल’ की कथाओं से प्रभावित थीं। इनकी रचना-प्रक्रिया बहुत उपजाऊ थी। एक ही दिन में कई-कई कविताएँ लिख देते थे। ’पियक्कड़’ कहे जाने की हद तक पीने लगे थे और जीवन के अन्तिम वर्षों में मानसिक रोगों के शिकार हो गए थे। कई बार आत्महत्या करने की भी कोशिशें कीं। लेकिन कविता लिखना बन्द नहीं किया। | ||
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05:16, 28 मार्च 2025 का अवतरण
कंसतन्तीन फ़ोफ़अनफ़

जन्म | 30 मई 1862 |
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निधन | 30 मई 1911 |
उपनाम | Константи́н Миха́йлович Фо́фанов कंस्तन्तीन मिख़ायलअविच फ़ोफ़ानफ़ |
जन्म स्थान | साँक्त पितिरबूर्ग, रूस |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
छायाएँ और रहस्य ((1892), भ्रम (1900) ’विशेष प्रेम’ नामक एक लम्बी कविता (1910) | |
विविध | |
कंसतन्तीन फ़ोफ़अनफ़ रूस के एक रोमाण्टिक कवि थे, जो कभी कवियों के किसी गुट या समूह में शामिल नहीं रहे। इनकी कविता में आधुनिकता और प्रतीकवाद के चिह्न दिखाई देने शुरू हो गए थे। इनकी प्रारम्भिक कविताएँ ’बाईबिल’ की कथाओं से प्रभावित थीं। इनकी रचना-प्रक्रिया बहुत उपजाऊ थी। एक ही दिन में कई-कई कविताएँ लिख देते थे। ’पियक्कड़’ कहे जाने की हद तक पीने लगे थे और जीवन के अन्तिम वर्षों में मानसिक रोगों के शिकार हो गए थे। कई बार आत्महत्या करने की भी कोशिशें कीं। लेकिन कविता लिखना बन्द नहीं किया। | |
जीवन परिचय | |
कंसतन्तीन फ़ोफ़अनफ़ / परिचय |