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"पृथ्वी / कुंदन सिद्धार्थ" के अवतरणों में अंतर

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22:52, 30 मार्च 2025 के समय का अवतरण

चिड़िया उदास होती है
तो पृथ्वी के माथे पर पड़ती हैं लकीरें

एक पेड़ मरता है
तो सबसे ज़्यादा चिंतित होती है
पृथ्वी

जब स्त्री रोती है
उस रात
पृथ्वी को नींद नहीं आती