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"मैं जानता हूँ इसमें मेरा दोष नहीं है कोई / अलिक्सान्दर त्वरदोफ़्स्की / अनिल जनविजय" के अवतरणों में अंतर

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मैं जानता हूँ इसमें मेरा दोष नहीं है कोई
 
मैं जानता हूँ इसमें मेरा दोष नहीं है कोई
कि लड़ाई के मैदान से वे लौटे नहीं अहोई<ref>सुरक्षित</ref>
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कि लड़ाई के मैदान से वे लौटे नहीं अहोई
कोई बड़ा था उम्र में उनमें, और कोई युवा था
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की कोई शिकायत किसी ने और न यह शिकवा था
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कोई बड़ा था उम्र में उनमें, और कोई युवा
कि मैं नहीं बचा पाया उनको और लौटा यूँ ही छूँछा<ref>ख़ाली हाथ</ref>
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किया न कोई गिला किसी ने और न शिकवा
पर मन को मेरे कचोट रही है, बस, एक यही छोटी-सी इच्छा।
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कि मैं नहीं बचा पाया उनको और लौटा यूँ ही छूँछा
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मन को मेरे कचोट रही है, एक यही छोटी-सी इच्छा ।
  
 
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शब्दार्थ :
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अहोई = सुरक्षित
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छूँछा = ख़ाली हाथ
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'''मूल रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय'''
 
'''मूल रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय'''
  

22:11, 14 अगस्त 2025 के समय का अवतरण

मैं जानता हूँ इसमें मेरा दोष नहीं है कोई
कि लड़ाई के मैदान से वे लौटे नहीं अहोई

कोई बड़ा था उम्र में उनमें, और कोई युवा
किया न कोई गिला किसी ने और न शिकवा —

कि मैं नहीं बचा पाया उनको और लौटा यूँ ही छूँछा
मन को मेरे कचोट रही है, एक यही छोटी-सी इच्छा ।

1966

शब्दार्थ :
अहोई = सुरक्षित
छूँछा = ख़ाली हाथ

मूल रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय

लीजिए, अब यही कविता मूल रूसी भाषा में पढ़िए
            Александр Твардовский
         Я знаю, никакой моей вины...

Я знаю, никакой моей вины
В том, что другие не пришли с войны,
В то, что они — кто старше, кто моложе —
Остались там, и не о том же речь,
Что я их мог, но не сумел сберечь, —
Речь не о том, но всё же, всё же, всё же...

1966 г.

शब्दार्थ
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