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हम कभी इतने क़रीब नहीं थे | हम कभी इतने क़रीब नहीं थे | ||
− | + | इक-दूजे पर हो विश्वास हमें करने के लिए । | |
− | अब | + | अब तो और दूर हो गए हैं हम |
− | + | अब कुछ भी नहीं इक दूजे से कहने के लिए । | |
'''मूल रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय''' | '''मूल रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय''' |
22:34, 14 अगस्त 2025 के समय का अवतरण
तुम हज़ार कारण ढूँढ़ निकालोगे
ताकि मुझे दोषी बता सको हर बात के लिए ।
मैं ढूँढ़ निकालूँगी उतने ही या ज़्यादा
तुम्हें सही ठहराने के लिए ।
हम कभी इतने क़रीब नहीं थे
इक-दूजे पर हो विश्वास हमें करने के लिए ।
अब तो और दूर हो गए हैं हम
अब कुछ भी नहीं इक दूजे से कहने के लिए ।
मूल रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय
लीजिए, अब यही कविता मूल रूसी भाषा में पढ़िए
Анастасия Ермакова
О тебе...
Ты найдешь тысячу причин,
чтобы обвинить во всем меня.
Я найду столько же и даже больше,
чтобы тебя оправдать.
Мы никогда не были близки настолько,
чтобы друг другу доверять.
Сейчас же, мы, еще дальше,
и нам, даже нечего друг другу сказать.
2012