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भटका-सा मन
आवारापन
गाओ जीवन
छोड़ो क्रंदन
साथ चलो तो
मन वृंदावन
तेरा मिलना
ताक धिना धिन
आओगे तो
बरसेंगे घन
जाओगे तो
रोएगा मन
जीवन-संध्या
एकाकीपन
इसे दुलारो
सहमा बचपन