"ह्रदय को उल्लास दो / विनीत पाण्डेय" के अवतरणों में अंतर
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ह्रदय को उल्लास दो, स्वयं को विश्वास दो
राष्ट्र के निर्माण हेतु चेतना को श्वास दो
एकता का भाव लेकर हम सदा आगे बढ़ें
राष्ट्र के प्रति हो समर्पित राह नित नूतन गढें
हों सफल जीवन में हम और स्वप्न सब साकार हो
शुद्ध हो मन-बुद्धि हममें शक्ति का संचार हो
कल्पना को पंख दो और उड़ने को आकाश दो
हृदय को उल्लास दो, स्वयं को विश्वास दो
कामना हो मन में मानव का सदा कल्याण हो
हाथ सेवा को उठे और ना कभी अभिमान हो
विश्व शांति के लिए तो प्रार्थना हम नित करें
और निराशा दूर कर सबको ही उत्साहित करें
प्रेम और बंधुत्व को अपने भीतर वास दो
हृदय को उल्लास दो, स्वयं को विश्वास दो
ज्ञान की ज्योति जले सद्गुण हमारे नित बढ़ें
साधने को लक्ष्य पर्वत मुश्किलों की भी चढ़ें
शक्तिशाली हम बनाएँ राष्ट्र को संकल्प लें
संकल्प लें, संकल्प लें, आज यह संकल्प लें
मन जो विचलित हो कभी तो अपने मन को आस दो
ह्रदय को उल्लास दो, स्वयं को विश्वास दो