भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

इमारतें / तुलसी रमण

6 bytes added, 22:24, 22 दिसम्बर 2008
लेकिन हरेक की
नींव रखने के साथ ही
मिट्टी में धँसी हुईहुईंआस-पास उगी हैहैं
अनेक झुग्गियाँ
जिनके बिना
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,516
edits