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"तुम आज हंसते हो हंस लो मुझ पर ये आज़माइश ना बार बार होगी / ख़्वाजा मीर दर्द" के अवतरणों में अंतर
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ना तुमको क़ुरबत में जीत होगी ना मुझको फुर्कत में हार होगी|<br><br> | ना तुमको क़ुरबत में जीत होगी ना मुझको फुर्कत में हार होगी|<br><br> | ||
हज़ार उल्फ़त सताए लेकिन मेरे इरादों से है ये मुमकिन, <br> | हज़ार उल्फ़त सताए लेकिन मेरे इरादों से है ये मुमकिन, <br> | ||
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00:44, 30 दिसम्बर 2008 के समय का अवतरण
तुम आज हँसते हो हंस लो मुझ पर ये आज़माइश ना बार-बार होगी
मैं जानता हूं मुझे ख़बर है कि कल फ़ज़ा ख़ुशगवार होगी|
रहे मुहब्बत में ज़िन्दगी भर रहेगी ये कशमकश बराबर,
ना तुमको क़ुरबत में जीत होगी ना मुझको फुर्कत में हार होगी|
हज़ार उल्फ़त सताए लेकिन मेरे इरादों से है ये मुमकिन,
अगर शराफ़त को तुमने छेड़ा तो ज़िन्दगी तुम पे वार होगी|