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"आगाज़ तो होता है अंजाम नहीं होता / मीना कुमारी" के अवतरणों में अंतर
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हर शख्स़ की किस्मत में ईनाम नहीं होता | हर शख्स़ की किस्मत में ईनाम नहीं होता | ||
− | बहते हुए आँसू ने आँखॊं से कहा थम कर | + | बहते हुए आँसू ने आँखॊं से कहा थम कर |
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जो मय से पिघल जाए वॊ जाम नहीं होता | जो मय से पिघल जाए वॊ जाम नहीं होता | ||
दिन डूबे हैं या डूबे बारात लिये कश्ती | दिन डूबे हैं या डूबे बारात लिये कश्ती | ||
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साहिल पर मगर कोई कोहराम नहीं होता | साहिल पर मगर कोई कोहराम नहीं होता |
06:49, 7 जनवरी 2009 का अवतरण
आगाज़ तॊ होता है अंजाम नहीं होता
जब मेरी कहानी में वॊ नाम नहीं होता
जब जुल्फ़ की कालिख़ में घुल जाए कोई राही
बदनाम सही लेकिन गुमनाम नहीं हॊता
हँस हँस के जवां दिल के हम क्यों न चुनें टुकडे़
हर शख्स़ की किस्मत में ईनाम नहीं होता
बहते हुए आँसू ने आँखॊं से कहा थम कर
जो मय से पिघल जाए वॊ जाम नहीं होता
दिन डूबे हैं या डूबे बारात लिये कश्ती
साहिल पर मगर कोई कोहराम नहीं होता