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"एक दिन धूप में / सुधीर सक्सेना" के अवतरणों में अंतर

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11:49, 15 जनवरी 2009 के समय का अवतरण

एक दिन
धूप में
आसमान से उतर कर
एक चिड़िया आएगी
और चोंच मारने लगेगी
कांधे पर

तब मुझे
तुम्हारी याद आएगी

तुम
जो चिड़िया बनकर
एक दिन
आसमान में उड़ गई थीं ।
मुझे अकेला छोड़ ।