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"सुनी-सुनाई / केशव" के अवतरणों में अंतर

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03:25, 6 फ़रवरी 2009 के समय का अवतरण

हम सुनी सुनाई पर
यकीन नहीं करते
कहते हैं सभी फिर भी
यकीन करते हैं
सुनी-सुनाई पर ही
सुन-सुनकर
अनसुना करना
हमारी आदत है
क्या इसीलिए होते हैं कान !

कान न होते
तो भी क्या सुनते हम
सुनकर कैसे
अनसुना करते हम।