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"बातों से, सिर्फ़ बातों से ऐसा किया गया / जहीर कुरैशी" के अवतरणों में अंतर

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उस स्वच्छ जल को व्यर्थ ही गंदा किया गया
 
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जिन पत्थरों पे चाकू को पैना किया गया
 
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08:43, 6 फ़रवरी 2009 के समय का अवतरण

बातों से , सिर्फ़ बातों से ऐसा किया गया
लोगों के सामने उसे नंगा किया गया

इस राजनीति द्वारा महज़ वोट के लिए
जलते हुए सवालॊ को पैदा किया गया

वो भीख माँगता ही नहीं था , इसीलिए
उस फूल जैसे बच्चे को अंधा किया गया

पानी ठहर न जाए कहीं उसकी देह पर
उस खुरदरे घड़े को भी चिकना किया गया

झंडे के स्वास्थ्य पर कोई इसका असर नहीं
ऊँचा किया गया उसे नी़चा किया गया

तालाब तल की कलमुँहीं कीचड़ को छेड़ कर
उस स्वच्छ जल को व्यर्थ ही गंदा किया गया

पत्थर विरोध करने से डरते हैं आज भी
जिन पत्थरों पे चाकू को पैना किया गया