भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"महाभारत के बाद / उदय प्रकाश" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=उदय प्रकाश |संग्रह= रात में हारमोनियम / उदय प्रकाश }} धो...) |
Pratishtha (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 2: | पंक्ति 2: | ||
{{KKRachna | {{KKRachna | ||
|रचनाकार=उदय प्रकाश | |रचनाकार=उदय प्रकाश | ||
− | |संग्रह= रात में | + | |संग्रह= रात में हारमोनिययम / उदय प्रकाश |
}} | }} | ||
09:03, 7 फ़रवरी 2009 का अवतरण
धोबी का लड़का कुछ शैतान है
और सभ्यता की उसमें निहायत कमी है
वह महाभारत देखना चाहता है टी.वी. में और अपने साथ
अपनी मैली-सी बहन को भी ले आता है
एक दिन ऎसा होगा कि यह सीरियल ख़त्म हो चुका होगा
फिर तो धृतराष्ट्र
पूरी दिल्ली में पूछता फिरेगा किसी धोबी का पता
और उसके कान से टकराएंगी लगातार हार्न की आवाज़ें
महाभारत के ख़त्म होने के बाद कालचक्र कहता है कि
सिर्फ़ हार्न बजते हैं
और खोजने पर भी इन्द्रप्रस्थ में कहीं कोई धोबी नहीं मिलता।
महाभारत के बाद
हर किसी के कपड़ों पर दिखाई देते हैं ख़ून के दाग़।