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"बेटी है ठुमरी उम्मीदों की टेक / अविनाश" के अवतरणों में अंतर

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बेटी है ठुमरी उम्‍मीदों की टेक
 
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चादर को देती है पांवों से फेंक
 
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उनींदे में हंस हंस के करती है बात
 
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फूल सी फुहारे सी नन्‍हीं सौगात
 
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रे डोला रे डोला
 
रे डोला रे डोला

09:08, 12 फ़रवरी 2009 का अवतरण

श्रावणी के लिए

छोटी सी चादर रजाई सा भार
फाहे सी बेटी हवा पर सवार
मां की, बुआ की हथेली कहार
रे हैया रे हैया रे डोला रे डोला

चावल के चलते सुहागन है सूप
जाड़े की संगत में दुपहर की धूप
सरसों की मालिश में खिला खिला रूप
रे हैया रे हैया रे डोला रे डोला

छोटे-से घर में है बालकनी एक बेटी है ठुमरी उम्‍मीदों की टेक चादर को देती है पांवों से फेंक

रे हैया रे हैया रे डोला रे डोला

उजाले का दिन अंधेरे की रात उनींदे में हंस हंस के करती है बात फूल सी फुहारे सी नन्‍हीं सौगात
रे हैया रे हैया रे डोला रे डोला