भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
* [[मैं कब कहता हूँ / बशीर बद्र]]
* [[हर जनम में उसी की चाहत थे / बशीर बद्र]]
* [[राख हुई आँखों की / बशीर बद्र]]
* [[मैंने तेरी आँखों में पढ़ा / बशीर बद्र]]
* [[तेरा हाथ मेरे काँधे / बशीर बद्र]]