भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"ऎसा क्यों होता है?-5 / वेणु गोपाल" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=वेणु गोपाल |संग्रह= }} <poem> ऎसा क्यों होता है- कि कवि ...) |
|||
पंक्ति 8: | पंक्ति 8: | ||
कि कवि | कि कवि | ||
अक्सर | अक्सर | ||
− | + | फैंसी-ड्रेस प्रतियोगिता में | |
भाग लेने को | भाग लेने को | ||
लालायित रहता है | लालायित रहता है |
01:30, 16 फ़रवरी 2009 के समय का अवतरण
ऎसा क्यों होता है-
कि कवि
अक्सर
फैंसी-ड्रेस प्रतियोगिता में
भाग लेने को
लालायित रहता है
यह
जानते हुए भी
कि अगर वह जीतेगा
तो
उसकी कविता
जार-जार रोएगी