भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"साँचा:KKPoemOfTheWeek" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
पंक्ति 3: | पंक्ति 3: | ||
<div id="kkHomePageSearchBoxDiv" class='boxcontent' style='background-color:#F5CCBB;border:1px solid #DD5511;'> | <div id="kkHomePageSearchBoxDiv" class='boxcontent' style='background-color:#F5CCBB;border:1px solid #DD5511;'> | ||
<!----BOX CONTENT STARTS------> | <!----BOX CONTENT STARTS------> | ||
− | '''शीर्षक:'''मांझी ! न बजाओ बंशी<br> | + | '''शीर्षक: '''मांझी ! न बजाओ बंशी<br> |
'''रचनाकार:''' [[केदारनाथ अग्रवाल]] | '''रचनाकार:''' [[केदारनाथ अग्रवाल]] | ||
<pre style="overflow:auto;height:21em;"> | <pre style="overflow:auto;height:21em;"> |
13:19, 18 फ़रवरी 2009 का अवतरण
सप्ताह की कविता
शीर्षक: मांझी ! न बजाओ बंशी
रचनाकार: केदारनाथ अग्रवाल
मांझी ! न बजाओ बंशी मेरा मन डोलता मेरा मन डोलता है जैसे जल डोलता जल का जहाज जैसे पल-पल डोलता मांझी ! न बजाओ बंशी मेरा प्रन टूटता मेरा प्रन टूटता है जैसे तृन टूटता तृन का निवास जैसे बन-बन टूटता मांझी ! न बजाओ बंशी मेरा तन झूमता मेरा तन झूमता है तेरा तन झूमता मेरा तन तेरा तन एक बन झूमता ।