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"न दिमाग है कि किसू से हम / मीर तक़ी 'मीर'" के अवतरणों में अंतर
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नि दिमाग है कि किसू से हम,करें गुफ्तगू गम-ए-यार में | नि दिमाग है कि किसू से हम,करें गुफ्तगू गम-ए-यार में | ||
न फिराग है कि फकीरों से,मिलें जा के दिल्ली दयार में | न फिराग है कि फकीरों से,मिलें जा के दिल्ली दयार में |
23:20, 21 फ़रवरी 2009 के समय का अवतरण
नि दिमाग है कि किसू से हम,करें गुफ्तगू गम-ए-यार में
न फिराग है कि फकीरों से,मिलें जा के दिल्ली दयार में
कहे कौन सैद-ए-रमीद: से,कि उधर भी फिरके नजर करे
कि निकाब उलटे सवार है, तिरे पीछे कोई गुबार में
कोई शोल: है कि शरार: है,कि हवा है यह कि सितार: है
यही दिल जो लेके गड़ेंगे हम,तो लगेगी आग मजार में