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|विविध= यह कविता संग्रह रेखा ने अपनी नानी माँ को समर्पित किया है।
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*[[चिंदी-चिंदी सुख पर श्रीनिवास श्रीकांत की टिपपणीटिप्पणी]]
*[[ओझल मोड़ / रेखा]]
*[[सिर्फ़ छत / रेखा]]