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और वे हो गईं. | और वे हो गईं. | ||
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फिर मैंने | फिर मैंने | ||
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देखा एक सपना | देखा एक सपना | ||
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कि | कि | ||
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महक बसेगी | महक बसेगी | ||
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मेरी साँसों में .... | मेरी साँसों में .... | ||
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और मेरे नथुने | और मेरे नथुने | ||
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अब मेरा बेटा | अब मेरा बेटा | ||
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देख रहा है एक सपना | देख रहा है एक सपना | ||
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कि हज़ार गुलाब फिर चटखेंगे | कि हज़ार गुलाब फिर चटखेंगे | ||
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अब की बार | अब की बार | ||
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03:38, 22 अप्रैल 2009 के समय का अवतरण
मेरे पिता ने
देखा था
एक सपना
कि हवाएँ आज़ाद होंगी ....
और वे हो गईं.
फिर मैंने
देखा एक सपना
कि
महक बसेगी
मेरी साँसों में ....
और मेरे नथुने
भिड़ गए आपस में
मुझे ही कुरुक्षेत्र बनाकर
अब मेरा बेटा
देख रहा है एक सपना
कि हज़ार गुलाब फिर चटखेंगे
पर उसे क्या मालूम कि
अब की बार
गुलाबों में
महक नहीं होगी !