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"कत्ल इन्होंने करवाए हैं / ऋषभ देव शर्मा" के अवतरणों में अंतर

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01:11, 26 अप्रैल 2009 के समय का अवतरण

क़त्ल इन्होंने करवाए हैं
गीत अहिंसा के गाये हैं
 
 
सारे मोती चुने इन्होंने
हमने तो आँसू पाए हैं
 
 
दोपहरी इनकी रखेल है
अपने तो साथी साए हैं
 
 
जल्लादों ने प्रह्लादों को
विष के प्याले भिजवाए हैं
 
 
अश्वमेध वालों से कह दो
अब की तो लव - कुश आए हैं
 
 
नयनों में लौ-लपट झूमती
मुट्ठी में ज्वाला लाए हैं