Changes

सदस्य:Dr shyam gupta

12 bytes added, 17:31, 27 अप्रैल 2009
७,त्रिपदा अगीत गज़ल --त्रिपदा अगीत की मालिका,प्रथम छन्द की तीनों पन्क्तियों मैं वही अन्त्यानुप्रास,अन्य मैं अन्तिम पन्क्ति मैं वही शब्द आव्रत्ति ।
००
आदरणीय भाई श्याम गुप्त जी!
 
क्या आप इस बारे में हमें विस्तृत जानकारी भेज सकते हैं? कविता-कोश के ई० मेल सम्पर्क के पते पर। ई० मेल का पता आपको कविता कोश के मुखपृष्ठ पर मिल जाएगा। या
 
aniljanvijay AT gmail DOT com पर भी आप अगीत विधा और उसके कवियों के सम्बन्ध में लिखकर भेज देंगे तो हम इस विषय में आपसे चर्चा कर पाएंगे।
 
सादर
 
अनिल जनविजय
 
सम्पादक
 
कविता कोश
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,245
edits