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"हाँ किस को है मयस्सर ये काम कर गुज़रना / जिगर मुरादाबादी" के अवतरणों में अंतर
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दरिया की ज़िन्दगी पर सद्क़े हज़ार जाने | दरिया की ज़िन्दगी पर सद्क़े हज़ार जाने |
11:11, 12 मई 2009 का अवतरण
हाँ किस को है मयस्सर ये काम कर गुज़रना
इक बाँकपन से जीना इक बाँकपन से मरना
दरिया की ज़िन्दगी पर सद्क़े हज़ार जाने
मुझ को नहीं गवारा साहिल की मौत मरना
साहिल के लब से पूछो दरिया के दिल से पूछो
इक मौज-ए-तह-नशीं का मुद्दत के बाद उभरना
जो ज़िस्त को न समझे जो मौत को न जाने
जीना उन्हीं का जीना मरना उन्हीं का मरना