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"आज बाज़ार में पा-ब-जौला चलो / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़" के अवतरणों में अंतर

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चशमे-नम जाने-शोरीदा काफी नहीं
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चश्म-ए-नम जान-ए-शोरीदा काफी नहीं
तोहमते-इश्क़ पोशीदा काफी नहीं
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तोहमत-ए-इश्क़ पोशीदा काफी नहीं
 
आज बाज़ार में पा-ब-जौला चलो
 
आज बाज़ार में पा-ब-जौला चलो
  
दस्त-अफ्शां चलो, मस्तो-रक़्सां चलो
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दस्त-अफ्शां चलो, मस्त-ओ-रक़्सां चलो
 
खाक-बर-सर चलो, खूं-ब-दामां चलो
 
खाक-बर-सर चलो, खूं-ब-दामां चलो
राह तकता है सब शहरे-जानां चलो
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राह तकता है सब शहर-ए-जानां चलो
  
हाकिमे-शहर भी, मजमए-आम भी
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हाकिम-ए-शहर भी, मजम-ए-आम भी
तीरे-इल्ज़ाम भी, संगे-दुश्नाम भी
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तीर-ए-इल्ज़ाम भी, संग-ए-दुश्नाम भी
सुबहे-नाशाद भी, रोज़े-नाकाम भी
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सुबह-ए-नाशाद भी, रोज़-ए-नाकाम भी
  
 
इनका दमसाज़ अपने सिवा कौन है
 
इनका दमसाज़ अपने सिवा कौन है
शहरे-जानां मे अब बा-सफा कौन है
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शहर-ए-जानां मे अब बा-सफा कौन है
दस्ते-क़ातिल के शायां रहा कौन है
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दस्त-ए-क़ातिल के शायां रहा कौन है
  
रख्ते-दिल बांध लो दिलफिगारों चलो
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रख्त-ए-दिल बांध लो दिलफिगारों चलो
 
फिर हमीं क़त्ल हो आयें यारों चलो
 
फिर हमीं क़त्ल हो आयें यारों चलो
  
 
आज बाज़ार में पा-ब-जौला चलो
 
आज बाज़ार में पा-ब-जौला चलो

20:46, 13 मई 2009 का अवतरण

आज बाज़ार में पा-ब-जौला चलो

चश्म-ए-नम जान-ए-शोरीदा काफी नहीं
तोहमत-ए-इश्क़ पोशीदा काफी नहीं
आज बाज़ार में पा-ब-जौला चलो

दस्त-अफ्शां चलो, मस्त-ओ-रक़्सां चलो
खाक-बर-सर चलो, खूं-ब-दामां चलो
राह तकता है सब शहर-ए-जानां चलो

हाकिम-ए-शहर भी, मजम-ए-आम भी
तीर-ए-इल्ज़ाम भी, संग-ए-दुश्नाम भी
सुबह-ए-नाशाद भी, रोज़-ए-नाकाम भी

इनका दमसाज़ अपने सिवा कौन है
शहर-ए-जानां मे अब बा-सफा कौन है
दस्त-ए-क़ातिल के शायां रहा कौन है

रख्त-ए-दिल बांध लो दिलफिगारों चलो
फिर हमीं क़त्ल हो आयें यारों चलो

आज बाज़ार में पा-ब-जौला चलो