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"एक शे’र / अली सरदार जाफ़री" के अवतरणों में अंतर
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11:50, 25 मई 2009 का अवतरण
एक शे’र
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तीरगी<ref>अंधकार</ref> फिर ख़ूने-इंसाँ की क़बा<ref>गाउन</ref> पहने हुए
दे रही है सुब्हे-नौ का कमनिगाहों को फ़रेब
शब्दार्थ
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