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"दुश्मन-दोस्त सभी कहते हैं, बदला नहीं हूं मैं / शहरयार" के अवतरणों में अंतर

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ख्वाबतही कुछ लोग यहां पहले भी आये थे। <br>
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ख्वाबतही कुछ लोग यहाँ पहले भी आये थे। <br>
नींद-सराय तेरा मुसाफिश्र पहला नहीं हूं मैं।
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नींद-सराय तेरा मुसाफिश्र पहला नहीं हूँ मैं।

23:42, 29 मई 2009 के समय का अवतरण

दुश्मन-दोस्त सभी कहते हैं, बदला नहीं हूँ मैं।
तुझसे बिछड़ के क्यों लगता है, तनहा नहीं हूँ मैं।

उम्र-सफश्र में कब सोचा था, मोड़ ये आयेगा।
दरिया पार खड़ा हूँ गरचे प्यासा नहीं हूँ मैं।

पहले बहुत नादिम था लेकिन आज बहुत खुश हूँ।
दुनिया-राय थी अब तक जैसी वैसा नहीं हूँ मैं।

तेरा लासानी होना तस्लीम किया जाए।
जिसको देखो ये कहता है तुझ-सा नहीं हूँ मैं।

ख्वाबतही कुछ लोग यहाँ पहले भी आये थे।
नींद-सराय तेरा मुसाफिश्र पहला नहीं हूँ मैं।