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13:07, 31 मई 2009 का अवतरण
सप्ताह की कविता
शीर्षक: आदमखोर
रचनाकार: शुभा
आदमखोर उठा लेता है छह साल की बच्ची लहूलुहान कर देता है उसे अपना लिंग पोंछता है और घर पहुँच जाता है मुँह हाथ धोता है और खाना खाता है रहता है बिल्कुल शरीफ़ आदमी की तरह शरीफ़ आदमियों को भी लगता है बिल्कुल शरीफ़ आदमी की तरह।