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"उसी दिन से / कविता वाचक्नवी" के अवतरणों में अंतर

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22:06, 19 जून 2009 के समय का अवतरण

उसी दिन से

जिस दिन
धुनिये ने
सेमल की रूई तक को
धुन डाला
हवा उसी दिन से
चिपकी जाती है
मेरे होठों पर।