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"गंगा जी को औत (बाजूबन्द गीत) / गढ़वाली" के अवतरणों में अंतर

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गंगा जी की औत
 
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तराजू मां तोली लेणा, कैकी माया भौत
 
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जैकी माया घनाघोरा, आंख्यूं मा पछ्याण
 
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जैकी माया घनाघोरा हो.....
 
जैकी माया घनाघोरा हो.....
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सड़का की घूमा, सड़का की घूमा
 
सड़का की घूमा, सड़का की घूमा
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सड़का की घूमा, सड़का की घूमा
 
सड़का की घूमा, सड़का की घूमा
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सदानि नि रैंदी सुवा, जवानी की धूमा
 
सदानि नि रैंदी सुवा, जवानी की धूमा
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सदानि नि रैंदी सुवा, जवानी की धूमा
 
सदानि नि रैंदी सुवा, जवानी की धूमा
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सदानि नि रैंदी सुवा हो......
 
सदानि नि रैंदी सुवा हो......
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भिरा लीगे भिराक, भिरा लीगे भिराक
 
भिरा लीगे भिराक, भिरा लीगे भिराक
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भिरा लीगे भिराक, भिरा लीगे भिराक
 
भिरा लीगे भिराक, भिरा लीगे भिराक
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तरुणी उमर सुवा, बथौं सी हराक
 
तरुणी उमर सुवा, बथौं सी हराक
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तरुणी उमर सुवा, बथौं सी हराक
 
तरुणी उमर सुवा, बथौं सी हराक
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तरुणी उमर सुवा हो.........
 
तरुणी उमर सुवा हो.........
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घुघुती को घोल,घुघुती को घोल
 
घुघुती को घोल,घुघुती को घोल
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घुघुती को घोल,घुघुती को घोल
 
घुघुती को घोल,घुघुती को घोल
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मनखि माटू ह्वे, रई जांदा बोल
 
मनखि माटू ह्वे, रई जांदा बोल
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मनखि माटू ह्वे, रई जांदा बोल
 
मनखि माटू ह्वे, रई जांदा बोल
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मनखि माटू ह्वे.......
 
मनखि माटू ह्वे.......
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गौड़ी कू मखन, गौड़ी कू मखन
 
गौड़ी कू मखन, गौड़ी कू मखन
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गौड़ी कू मखन, गौड़ी कू मखन
 
गौड़ी कू मखन, गौड़ी कू मखन
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दुनिया न मरि जाण, क्या ल्हिजाण यखन
 
दुनिया न मरि जाण, क्या ल्हिजाण यखन
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दुनिया न मरि जाण, क्या ल्हिजाण यखन
 
दुनिया न मरि जाण, क्या ल्हिजाण यखन
दुनिया न मरि जाण..... [[कड़ी शीर्षक]]
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दुनिया न मरि जाण.....

00:43, 20 जून 2009 का अवतरण

गंगा जी की औत

तराजू मां तोली लेणा, कैकी माया भौत

तराजू मां तोली लेणा, कैकी माया भौत

झंगोरा की घांण, झंगोरा की घांण

जैकी माया घनाघोरा, आंख्यूं मा पछ्याण

जैकी माया घनाघोरा, आंख्यूं मा पछ्याण

जैकी माया घनाघोरा हो.....


सड़का की घूमा, सड़का की घूमा

सड़का की घूमा, सड़का की घूमा

सदानि नि रैंदी सुवा, जवानी की धूमा

सदानि नि रैंदी सुवा, जवानी की धूमा

सदानि नि रैंदी सुवा हो......


भिरा लीगे भिराक, भिरा लीगे भिराक

भिरा लीगे भिराक, भिरा लीगे भिराक

तरुणी उमर सुवा, बथौं सी हराक

तरुणी उमर सुवा, बथौं सी हराक

तरुणी उमर सुवा हो.........


घुघुती को घोल,घुघुती को घोल

घुघुती को घोल,घुघुती को घोल

मनखि माटू ह्वे, रई जांदा बोल

मनखि माटू ह्वे, रई जांदा बोल

मनखि माटू ह्वे.......


गौड़ी कू मखन, गौड़ी कू मखन

गौड़ी कू मखन, गौड़ी कू मखन

दुनिया न मरि जाण, क्या ल्हिजाण यखन

दुनिया न मरि जाण, क्या ल्हिजाण यखन

दुनिया न मरि जाण.....