भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"दोस्त हो जब दुश्मने-जाँ / ख़्वाजा हैदर अली 'आतिश'" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
विनय प्रजापति (चर्चा | योगदान) |
हेमंत जोशी (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 4: | पंक्ति 4: | ||
}} | }} | ||
[[Category:गज़ल]] | [[Category:गज़ल]] | ||
− | दोस्त हो जब | + | दोस्त हो जब दुश्मन-ए-जाँ तो क्या मालूम हो<br> |
आदमी को किस तरह अपनी कज़ा मालूम हो<br> | आदमी को किस तरह अपनी कज़ा मालूम हो<br> | ||
− | आशिक़ों से पूछिये खूबी | + | आशिक़ों से पूछिये खूबी लब-ए-जाँबख्श की<br> |
− | जौहरी को | + | जौहरी को क़द्र-ए-लाल-ए-बेबहा मालूम हो<br> |
− | दाम में लाया है "आतिश" | + | दाम में लाया है "आतिश" सब्जा-ए-ख़त-ए-बुतां<br> |
सच है क्या इंसा को किस्मत का लिखा मालूम हो<br> | सच है क्या इंसा को किस्मत का लिखा मालूम हो<br> |
01:28, 24 जून 2009 के समय का अवतरण
दोस्त हो जब दुश्मन-ए-जाँ तो क्या मालूम हो
आदमी को किस तरह अपनी कज़ा मालूम हो
आशिक़ों से पूछिये खूबी लब-ए-जाँबख्श की
जौहरी को क़द्र-ए-लाल-ए-बेबहा मालूम हो
दाम में लाया है "आतिश" सब्जा-ए-ख़त-ए-बुतां
सच है क्या इंसा को किस्मत का लिखा मालूम हो